रेत पर ला के मछलियाँ रख दो.
प्यार की तड़प जान जाओगे
तुम्हारी ज़ुल्फ़ों के साये में शाम कर लूंगा,
सफर इस उम्र का पल में तमाम कर लूंगा
तुम्हारी ज़ुल्फ़ों के साये में शाम कर लूंगा,
सफर इस उम्र का पल में तमाम कर लूंगा
अफ़सोस होता है उस पल जब अपनी पसंद कोई ओर चुरा लेता है,
ख्वाब हम देखते है और हक़ीक़त कोई और बना लेता है
तुम्ही ने सफ़र करवाया था, महोब्बत की कश्ती पे..
अब नजरे ना फ़ेर, मुझे डूबता हुआ भी देख
उसे हम ढूँढते हैं सुर्ख होंठों के तबस्सुम में,
जो आँखों में कहीं चुपचाप बैठे मुस्कुराते है
तेरे कानो में एक बात कहूं
आज मुजे तुम्से फ़िर से प्यार हो गया.
ना मिलता गम तो बर्बादी के अफसाने कहाँ जाते,
दुनिया अगर होती चमन तो वीराने कहाँ जाते,
चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो निकला,
सभी अगर अपने होते तो बेगाने कहाँ जाते
Hum Jale To Chirag Samajh Baithe,
Mehke To Sab Gulaab Samajh Baithe,
Lafzon Mein Kisi Ne Mere Dard Na Dekha,
Shayri Padhi Aur Shayar Samajh Baithe..
तूने देखी कहां,मेरी चाहतों की दुनियां,
समंदर इश्क़ का,तेरे लिए अभी सूखा नहीं है
तेरी अहमियत इतनी है
मेरी जिंदगी में कि....
रोऊँ तो तेरी याद आती है
हंसू तो तेरी याद आती है
क्या ग़जब की मौत होगी हमारी..
एक दिन यूँ ही मर जायेंगे..
तुम पर मरते मरते
तू कहानी ही के पर्दे में भली लगती है,
ज़िंदगी तेरी हक़ीक़त नहीं देखी जाती..
ये कैसा सिलसिला है, तेरे और मेरे दरमियाँ,
फ़ासले भी बहुत हैं और मुहब्बत भी..
दुनिया के जो मज़े हैं वह कभी कम न होंगे,
चर्चे यूं ही रहेंगे पर अफ़सोस हम न होंगे
बिन तेरे यूँ तो हम अधूरे नहीं है,
पर जाने फ़िर भी क्यूँ हम पूरे नहीं है
तुम भी कर के देखो
सच्ची मोहब्बत किसी से.
तुम खुद समझ जाओगे
की मैंने हंसना क्यों छोड़ दिया
मेरे वजूद मे शायद तू उतर जाये,
मै देखू आईना तो तू नजर आये,
तू हो सामने और ये वक्त ठहर जाये,
और ये जिंदगी तुझे देखते हुये गुजर जाये
गवाह तो कोई नही है मगर मैडम
मेरे दिल की चोरी तो तुमने ही की है
हम मोहब्बत कि नुमाइश नहीं करते
हम लफ़्ज़ों कि फरमाइश नही करते
जिसे चाहते हैं टूट के चाहते हैं
बदले में चाहे जाने कि खवाइश नही करते
तुम्हे खुश देखकर ही खुश हो जाता हूँ
और अब तू ही बता सच्ची मोहब्बत क्या होती है
Kud Ko Samet Ke Khud Hi Bahon Mein Simat Jate Hai Hum
Ek Yaad Uski Ati Hai Fir Se Bikhar Jate Hai Hum
Toot Jate hain Bikhar Jate hain
Kaanch Ke Ghar Hain Muqaddar Apne
Ajnabi To Sada Pyar Se Milte Hain
Bhool Jate Hain To Aksar Apne
हर बात मानी है तेरी सर झुका कर ए जिंदगी,
हिसाब बराबर कर तू भी तो कुछ शर्तें मान मेरी
तुम्हे खुश देखकर ही खुश हो जाता हूँ
और अब तू ही बता सच्ची मोहब्बत क्या होती है
ख्यालों में तेरी तस्वीर रख कर चूम लेता हूँ
हथेली पर तुम्हारा नाम लिख कर चूम लेता हूँ
तुम्हारे आँख के आँसू जो मुझ को याद आते हैं
तो मैं चुपके से खुद आँसू बहाकर चूम लेता हूँ
तुम्हे खुश देखकर ही खुश हो जाता हूँ
और अब तू ही बता सच्ची
मोहब्बत क्या होती है
चाँद की एहमियत चाँदनी ही जाने,
सागर की लहरों की एहमियत किनारा ही जाने,
आपकी ज़िंदगी मे हमारी एहमियत क्या है,
वो तो आपका प्यार भरा दिल ही जाने
अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे
इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे
उनसे क्या गिला करें.. भूल तो हमारी थी
जो बिना दिलवालों से ही दिल लगा बैठे
तुमसे गले मिलकर बस एक बात बतानी है..
तेरे सीने में जो धड़कता है वो मेरी निशानी है
Na Mohabbat Yaaro,
Devdas Ki Mafik Jaan Mat Do Yaaro,
Apna To Ek Usul Hai Yaro..
Na Chandramukhi Na Paaro
Jo Dikhe Usi Pe Line Maro
फ़िक्र तो तेरी आज भी है
बस .. जिक्र का हक नही रहा
हाल तो पूछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी,
ज़ब ज़ब सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई
भूलना चाहो तो भी याद हमारी आएगी,
दिल की गहराई मे हमारी तस्वीर बस जाएगी.
ढूढ़ने चले हो हमसे बेहतर दोस्त,
तलाश हमसे शुरू होकर हम पे ही ख़त्म हो जाएगी
अब हमे कभी तेरा दीदार नसीब ना होगा,
दोसती का रिशता कभी करीब ना होगा,
करोध मे पैदा की हमने जो गलतफहमियां,
शायद हमसे बडा कोई बदनसीब ना होगा.
मुझे सोरी बोला उसने
रोते-रोते वो बोली तुम जैसा बोलोगे मैं वैसा ही करूँगी, तुमसे झगड़ा नहीं करूँगी
तुम्हारा कहा मानूँगी
ये सब सुनकर तो मेरा जी भर आया
किसकी Girlfriend थी क्या पता,
रोंग नंबर था
पर सुनने में बहोत अच्छा लगा |
आंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी है
न ऊपर आसमां है न नीचे ज़मी है
यह कैसा मोड़ है ज़िन्दगी का
उसी की ज़रूरत है और उसी की कमी है
अक्सर वही आप की आँखें खोल जाता है.
तेरी धड़कन ही ज़िंदगी का किस्सा है मेरा,
तू ज़िंदगी का एक अहम् हिस्सा है मेरा..
मेरी मोहब्बत तुझसे, सिर्फ़ लफ्जों की नहीं है,
तेरी रूह से रूह तक का रिश्ता है मेरा !!
बीवी मंदिर गयी और मन्नत का धागा बाँधने के लिए हाथ उठाये.
फिर कुछ सोच कर मन्नत का धागा बांधे बिना ही हाथ नीचे कर लिये।
पति: ये क्या ? मन्नत नही मॉंगी?
पत्नी: माँगने ही लगी थी कि ईश्वर आपकी तमाम मुश्किलें दूर कर दे.
फिर सोचा कहीं मैं ही न निपट जाऊँ!
आज के समय की लडकियों को
ऐसा लड़का चाहिए जिसका फ्यूचर अच्छा हो
और लड़को को ऐसी लड़की चाहिए.
जिसका पास्ट अच्छा हो
न जाहिर हुई तुमसे, न बयान हुई हमसे,
बस सुलझी हुई आँखो मेँ, उलझी रही मोहब्बत
Bahut Namkeen Hai Vo Jise Ham Chahte Hai,
Har Pal Khuda Se Usi Ko Mangte Hai,
Dil Tarasta Hai Use Paane Ko,
Kya Aapka Dil Nahi Korta Maggi Khaane Ko
मैं शिकायते भी किससे करूँ
सब किस्मतों की बात है
तेरी सोच में भी नहीं हूँ मैं
मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ तू याद हैं
चिराग खुशियों के कब से बुझाए बैठे हैं,
कब दीदार होगा उनसे हम आस लगाए बैठे हैं,
हमें मौत आएगी उनकी ही बाहों में,
हम मौत से ये शर्त लगाए बैठे हैं.
मैं क्यों कहूँ उससे की मुझसे बात करो.
क्या उसे नहीं मालूम की उसके बिना मेरा दिल नहीं लगता.
उनका भी कभी हम दीदार करते है
उनसे भी कभी हम प्यार करते है
क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी
पर फिर भी हम उनका इंतज़ार करते है
जो सफर की शुरुआत करते हैं,
वे मंजिल भी पा लेते हैं. बस,
एक बार चलने काहौसला रखना जरुरी है.
क्योंकि,अच्छे इंसानों का तो
रास्ते भी इन्तजार करते हैं
कुछ रिश्ते अंजाने मे बाँध जाते हैं,
अंजान दिल भी ज़िंदगी से जुड़ जाते हैं,
कहते हैं उस रिश्ते को दुनिया मे दोस्ती,
दिल से दिल इसमे जाने कब मिल जाते हैं
शायद कहीं दूर अपने छत पे बैठी
उन तारों में तुम मुझे देख रही होगी
कभी छिपा रही होगे अपना चेहरा और कभी चुपके से
अगर वो खुश है देखकर आँसू मेरी आँखोँ मे
तो रब की कसम हम मुस्कुराना छोड़ देँगे
तड़पते रहेँगे उसे देखने को
लेकिन उसकी तरफ नज़रेँ उठाना छोड़ देँगे
बात इतनी सी थी
कि तुम अच्छे लगते थे.
अब बात इतनी बढ़ गई,
कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता
मेरी तो किस्मत ही खराब है इतनी तेज बारिश आई फिर भी
किसी की गर्लफ्रेंड बह के मेरे पास नही आई
मत पूछो की मै अल्फाज कहाँ से लाता हूँ.
ये उसकी यादो का ख़जाना है बस लुटाये जा रहा हूँ.