हैल्लो दोस्तों मेरा नाम लक्की है। में बाईस साल का हूँ। में इसका बहुत बड़ा फेन हूँ। में बहुत दिनो से सोच रहा था कि अपनी कहानी आप लोगों के सामने रखूं लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।ये कहानी करीब साल भर पहले की है, जब मैने अपने दोस्त की गर्लफ्रेंड अंजली को चोदा था। में राँची झारखंड का रहने वाला हूँ और यहीं पर कॉलेज मे पढ़ाई कर रहा था और तभी मेरी दोस्ती राहुल से हुई थी।अब हम दोनो बहुत अच्छे दोस्त हैं। अंजली पटना की रहने वाली थी।
हमने फोन पर बहुत बातें की थी, लेकिन हमे कभी भी मिलने का मौका नहीं मिला था। लेकिन मैने उसकी एक फोटो देखी थी। अब में कुछ काम से पटना गया था। मेरा फ्लेट गाँधी मैदान के पास है। एक दिन मैने अंजली को देखा लेकिन मुझे विश्वास नहीं हुआ था इसीलिए मैने कन्फर्म करने की सोची थी। उस दिन बहुत ज़ोर की बारिश हो रही थी और वो छाता पकड़े ऑटो का वेट कर रही थी।
तभी मैने पास जाकर धीरे से उसका नाम लिया उसने पलट कर देखा। अब मैने उसे अपना नाम बताया और अब वो बहुत खुश हुई मुझसे मिलने से। मैने उसे कॉफी के लिए ऑफर दिया और उसने कहा ‘शाम हो चुकी है लेट हो जायेंगे, अब मैने उसे ड्रॉप करने का वादा किया और हम लोग पास एक रेस्टोरेंट मे गये।
कॉफी पीते हुए हमने कुछ बातें की, अंजली का राहुल से ब्रेकअप हुए 6 महीने हो चुके थे। अब मुझे उससे बात करके लगा कि वो सच मे राहुल से बहुत प्यार करती थी।अब वो थोड़ा सा इमोशनल हो गयी थी, सो वक़्त का पता ही नहीं चला। जब होश आया तो हम लेट हो चुके थे। वो एक हॉस्टल मे रहती थी और लेट बहुत हो चुकी थी।
अब मैने उससे कहा कि पास ही मे मेरा फ्लेट है अगर तुम्हे ऐतराज़ ना हो तो आज रात तुम रुक सकती हो। में वहाँ पर अकेला रहता हूँ। कुछ देर सोचने के बाद उसने हाँ कही और अब हम लोग फ्लेट पर पहुँचे और दोनो पूरी तरह बारिश मे भीग चुके थे। तभी मैने उसे कपड़े चेंज करने को कहा।तभी वो बोली कि मुझे नहाना है, में अंदर तक भीग चुकी हूँ।
अब मैने पानी गर्म कर उसे टावल और एक शर्ट और एक लोवर दिया और वो नहाने चली गयी। भीग तो में भी गया था सो में भी दूसरे बाथरूम मे नहाने चला गया। जब में नहा कर बाहर निकला तब वो अंदर ही थी, अब में किचन में गया और कॉफी बना कर हॉल मे वेट करने लगा। कुछ देर बाद वो आई, क्या सेक्सी लग रही थी, वाईट शर्ट पहनी थी उसने बिना ब्रा के।
उसके भीगे बालों से शर्ट भीग गई थी और उसके निप्पल साफ दिख रहे थे।अब मे बस उसे देखता रह गया उसने पूछा कपड़े कहाँ सुखाऊँ फिर में उसे बालकनी तक ले गया वो बहुत सेक्सी लग रही थी। लेकिन अभी तक मेरे मन मे ग़लत ख्याल नहीं आया था फिर हमने साथ मे बैठकर कॉफी पी, फिर मैने उससे राहुल के बारे मे पूछा तो उसने बात करने से इन्कार कर दिया और वो बोली कि वो मुझे भूल चुका है और में भी उसे भूलना चाहती हूँ।
मैने खाना बना लिया था तो हमने साथ मे बैठकर खाना खाया फिर में उसे बेडरूम मे ले गया अब में गुड नाईट कह कर वापस जाने लगा तो उसने कुछ देर बैठने को कहा। तभी बात करते करते वो रोने लगी और मुझसे लिपट गयी तभी मैने उसके दर्द को पहचाना। मैने उसे कैसे भी करके चुप कराया फिर उसे कम्बल ओढ़ाकर में जाने लगा तभी उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और कहा कि ‘में बहुत दिनो से तड़प रही हूँ।
अब ये अकेलापन मुझे पागल कर देगा प्लीज़ आज की रात मुझे अपना बना लो। मैने कहा कि ‘लेकिन तुम मेरे दोस्त की गर्लफ्रेंड थी और मैने कभी भी तुम्हारे बारे मे ऐसे नहीं सोचा था। अब वो कहने लगी कि में तुम पर भरोसा करती हूँ कब तक कोई मर्द एक लड़की को मना कर सकता है।बस में भी खुद को रोक ना सका। वो उठी और मुझसे कस कर लिपट गयी और बोली मुझे ऐसे ही रहने दो। अब मुझे कुछ कुछ फील होने लगा था।
मैने भी खुद को ढीला छोड़ दिया था और उसकी पीठ को सहलाने लगा फिर कुछ देर बाद उसने किस करना शुरू किया और अब में भी गर्म हो गया था। वो अब मेरे होठो को किस किये जा रही थी। वो मुझे पागलों की तरह किस कर रही थी मानो कब से प्यासी थी। उसने मुझे बेड पर धक्का देकर लेटा दिया और मेरी टी-शर्ट उतार दी और पूरी बॉडी को किस करने लगी।वो मेरी निप्पल चूस रही थी और हाथों से मेरे लंड को सहला रही थी।
अब मैने उसकी शर्ट को खोला और उसके बूब्स को दबाने लगा। वो मेरे लंड से खेल रही थी और में उसके बूब्स से पूरा रूम सिसकियों से गर्म हो चुका था। अब वो शुरू हो गई सक करने में। मैने आज तक कभी किसी लड़की के मुहं मे अपना लंड नहीं डाल था, अजीब सी सनसनी पूरी बॉडी मे हो रही थी। अब मुझसे रहा नहीं गया और ज़ोर से चीख मारी।तो अब उसने लंड मुहं से निकाल दिया और तिरछी आँखों से मुझे देख रही थी।
उसने अपने होंठो को काटा और मुझे एक किस दी और एक ही झटके मे मेरी पेंट उतार दी फिर उसने खुद को भी पूरी तरह नंगा कर मुझ पर लेट गयी थी और मुझे किस करने लगी। में अपने हाथों से उसकी चूत मे उंगली करने लगा और वो सिसकारियाँ भरने लगी अब मैने उसे पलट दिया और उसके बूब्स को सक करने लगा था, अब वो बेकाबू हो चुकी थी उसने कस कर मुझे अपनी बाहों मे पकड़ लिया था, तभी में धीरे से नीचे सरका और में उसकी चूत का रस पीने लगा।अब में उसकी चूत को चूस रहा था, कभी अपनी जीभ से उसे किस करता कभी पूरा चूस लेता।
दूसरी तरफ मैने अपनी उंगली उसकी चूत मे डाल दी और अब वो आउट ऑफ कंट्रोल हो चुकी थी। वो अपनी कमर को ऊपर नीचे करने लगी थी, उसकी साँसे तेज हो चुकी थी और ज़ोर से चीख रही थी। फिर मैने अपना लंड उसकी चूत मे डाल दिया अब वो एकदम से छटपटा उठी थी और उसने मुझे कस कर पकड़ लिया और फिर ऐसे शांत हो गयी जैसे आँधी के बाद की शांति।
फिर में उसे धीरे धीरे चोदने लगा फिर कुछ देर बाद हम दोनो एक साथ ही झड़ गये थे। लेकिन उसने मुझे हटने नहीं दिया था, करीब आधे घंटे तक हम ऐसे ही पड़े रहे और फिर वो मुझसे लिपट कर ही सो गयी।अब सुबह उठकर वो मुझसे फिर से लिपट गई और कहने लगी कि तुमने मुझे आज पूरा मजा दिया है और फिर हम दोनों ने उस दिन भी कई बार चुदाई की और अब हमे जब कभी भी एक दूसरे की याद आती है तो हमारी मौज मस्ती फिर से शुरू हो जाती है
।।धन्यवाद
हैल्लो दोस्तो, मेरा नाम राहुल में आप सभी को बता दूँ कि में इस साईट पर कहानियों का बहुत पुराना पाठक हूँ, मेरी उम्र 35 साल की है। मेरी हाईट 175 सी. मी. और मेरा वजन 72 किलो है और मेरा लंड आठ इंच का है। दोस्तों में बहुत कोशिश करके आप लोगो के लिए एक रियल स्टोरी लाया हूँ और हाँ में आप लोगों को बता दूं कि में एक नंबर का चूत का दीवाना हूँ।
दोस्तों ये स्टोरी मेरी और मेरे फादर के एक फ्रेंड की बेटी रूचि की है। जिसको में सिस्टर कहता था और वो मुझे भैया कहती थी और वो मेरी वाईफ सोनू की अच्छी सहेली है। अब आप लोग स्टोरी का मजा लीजिये।हैल्लो दोस्तों मेरा नाम राहुल में फरीदाबाद का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 35 साल की है और में आज अपनी लाईफ का एक सेक्स अनुभव आप सभी लोगो के साथ बाटने जा रहा हूँ। मेरे घर पर परिवार में सिर्फ़ चार मेम्बर है, मै मेरी वाईफ और दो बच्चे है।मेरी वाईफ सोनू जिसकी उम्र शायद मुझसे 6 साल कम है। वो बहुत सुन्दर दिखती है और रूचि की उम्र 22 साल है। वो उससे भी ज्यादा सेक्सी है। दोस्तों मुझे रूचि के साथ सेक्स करने का हमेशा ख़याल आता था।
लेकिन में बहुत डरता था। अब उस दिन गर्मी का मौसम था, मई, जून और मेरी वाईफ घर में बिलकुल अकेली थी और में कंप्यूटर पर बैठा हुआ कुछ काम कर रहा था कि तभी मुझे मेरी वाईफ ने आवाज़ लगाई और कहा कि राहुल आज अंकल का फोन आया था, वो कह रहे थे कि रूचि को हमारे घर पर लेकर आना है। वो सभी लोग गावं जा रहे है और उसके एग्जाम चल रहे है। वो यहाँ पर ही हमारे साथ रात मे रहेगी और तुम सुबह उसको उसके घर ले जाना उसको कॉलेज की बस पकड़नी है और ये ही सिलसिला एक सप्ताह चलेगा। तभी में अपनी वाईफ के कहने पर रूचि को लेने उसके घर पर चला गया। अब घर पर पहुंच कर मैने रूचि को गाड़ी में बैठाया और घर की और चल दिया।
तभी मैने रूचि को देखा वो बहुत सेक्सी लग रही और फिर मेरा मन उसके सेक्सी शरीर को देखकर उसके साथ सेक्स करने को हुआ। उसने ब्लेक जीन्स और रेड टी-शर्ट पहनी थी, वो हमेशा मुझसे सभी बातें करती थी, वो भी MBA कर रही थी इसलिए वो मुझसे सब्जेक्ट की बातें भी करती थी। तभी मेरा दिल उस पर फिदा हो चुका था और में उसको अपना बनाना चाहता था।अब में उसको घर पर लेकर आ गया था और फिर हम सभी ने एक साथ बैठकर खाना खाया और फिर कुछ देर बातें की और फिर हम सभी लोग सोने के लिए अपने अपने रूम में चले गये।
अब उस रात मैने शीलाजीत दूध के साथ कुछ ज्यादा मात्रा मे ले ली और कुछ मिनट पहले से ही हॉट था और फिर में सोनू के साथ सेक्स करने लगा।दोस्तों हमारे रूम के साथ वाले रूम में रूचि का बेड था। तभी मैने सोनू की चुदाई शुरू की अब उसकी सिसकियां सुनकर रूचि डर गई और हमारे रूम की विंडो से हमे देखने लगी, अब मैने और सोनू ने दो बार सेक्स किया, मैने उसकी चूत मे लंड डाल कर उसे बहुत देर तक चोदा और फिर एक बार उसकी चूत और दूसरी बार उसकी गांड मे झड़ गया और तभी मैने और सोनू ने फिर से एक बार ओरल सेक्स किया।
अब हम लोगो को सेक्स करते देखकर रूचि बहुत हॉट हो गयी थी और फिर वो अपने रूम मे जाकर अपने बूब्स और अपनी चूत को जोर से रगड़ने लगी।में जब सेक्स से फ्री होकर बाथरूम मे गया, तभी मैने देखा कि रूचि के रूम की विंडो का परदा हटा हुआ था और वो पूरी तरह से हॉट हो चुकी थी और वो अपनी नाईट ड्रेस को पूरा हटाकर अपनी चूत मे अपनी उंगली डालकर चूत से अपना पानी निकालने की कोशिश कर रही थी तभी मैने उसे देखकर उसकी विंडो के ग्लास पर नॉक किया और तभी उसने मुझे देखा और चुपचाप सोने का नाटक करने लगी।
फिर दूसरे दिन सुबह जब सब उठे तो मैने सोनू को किस किया और गुड मॉर्निंग बोला। फिर से मुझे किस करते हुए रूचि ने देख लिया और तभी सोनू ने भी उसको देख लिया और सोनू और रूचि के बीच कुछ बात हुई थी।भाभी : क्या हुआ शरमा गई ?रूचि : भाभी ये आप अच्छा नहीं करती हो।भाभी : तुमको भी शादी के बाद सब पता चल जाएगा क्या अच्छा है और क्या बुरा और फिर रूचि जल्दी से जाकर रेडी हुई और मैने उसको उसके घर ले जाने के लिए गाड़ी निकाली और फिर रूचि जल्दी से गाड़ी मे बैठ गई और हम दोनों उसके घर के लिये चल दिये, तभी में रास्ते मे उससे रात की बात पूछने लगा।में : रूचि तुम इतनी रात में क्या कर रही थी।रूचि : जी कुछ नहीं भैया में बस सो रही थी।
में : तुम झूट क्यों बोलती हो, मैने सब कुछ देख लिया और उससे पहले तुम मेरे कमरे की विंडो से देख रही थी कि में और तुम्हारी भाभी क्या कर रही है तुमने वहाँ पर खड़े होकर हमे पूरा सेक्स करते हुए देखा था और हम दोनों को ऐसे देखकर तुम बहुत गरम हो गयी थी।रूचि : नहीं भैया ऐसा कुछ भी नहीं है।में : क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है।रूचि : तभी वो बोली नहीं।में : क्या तुम सेक्स के लिए तैयार हो, तुम्हारी आँखे भी बहुत लाल है।तभी वो बोली नहीं तो हाँ लेकिन में सेक्स सिर्फ़ अपनी शादी के बाद अपने पति के साथ ही करूँगी।तभी मैने उससे कहा कि जब तक शादी होगी तब तक कैसे रहोगी, जब एक बार सेक्स के बारे में सोचना शुरू होता है तो बहुत मुश्किल होता है। तभी हम बाते करते करते उसके घर पर पहुँच गये। फिर उसने लॉक खोला और तभी वो बोली कि आप यहाँ पर बैठो में आपके लिये पानी लेकर आती हूँ और थोडी रेडी भी होकर आती हूँ।
फिर आप मुझे बस तक ड्रॉप कर देना ठीक है।अब वो मुझे पानी का गिलास पकड़ा कर, बाथरूम मे तैयार होने चली गयी और तभी कुछ देर के बाद उसने मुझे आवाज़ दी कि भैया मुझे मेरा टावल देना, मेरे रूम मे बेड पर रखा हुआ है। में लेना भूल गयी थी। तभी में उसे टावल देने बाथरूम मे गया था, तो तभी मेरा पैर अचानक से फिसल गया और बाथरूम के डोर पर जोर से जा लगा।
तभी डोर पूरा खुल गया और फिर मैने देखा वो मेरे सामने न्यूड खड़ी थी। तभी उसको देखकर में भी हॉट हो गया और फिर में बाहर आ गया था। वो बाथरूम से बाहर आकर सीधे अपने रूम मे आकर ड्रेस पहनने लगी। अब में उठकर उसके रूम में चला गया। तभी मैने देखा कि उसने अपनी जीन्स ही पैर मे डाली थी और वो ऊपर बिलकुल न्यूड थी, तभी मैने उसके पास आकर पीछे से उसके कंधे पर हाथ रख दिया।अब वो एकदम डरकर मुड़ी और मेरे सीने से लग गयी। फिर मैने उसका चेहरा उठाया और उसके माथे पर एक किस किया।
तभी वो बोली कि भैया मैने आपको कहा था कि में ये सब अपने पति के साथ ही करूँगी तो आपने ये सब क्यों कर दिया, तभी मैने उसको कहा कि क्या तुम मेरी वाईफ बनोगी, तभी वो बोली कि आप की तो शादी पहले ही हो गई है, फिर ये सब कैसे।फिर मैने उसको कहा कि रूचि में तुमको बहुत प्यार करता हूँ। अब वो बोली कि भैया प्यार तो में भी आपसे बहुत करती हूँ लेकिन हम कैसे शादी कर सकते है।
तभी मैने उसको कहा कि हम ना तो सगे भाई बहन है और ना ही एक परिवार के है और ना ही हम एक गावं के है। तभी उसने कहा कि ठीक है, आज के बाद में आपको भैया नहीं कहूँगी और सबके सामने में आपको सिर्फ़ आप या आपके नाम से बुलाऊंगी। फिर मैने कहा कि ठीक है आज से तुम मेरी बनकर रहना चाहोगी, तभी ये सुनते ही वो मेरे गले लग गई और वो बोली कि पहले आप मुझसे शादी कर लो फिर हम दोनों वो सब कर सकते है जो एक पति पत्नी करते है। फिर मैने उससे कहा कि तुम तैयार रहना में अभी आता हूँ।तभी में जल्दी से अपने घर गया और साथ मे सिंदूर और एक रिंग लेकर रूचि के पास आ गया। फिर हम दोनो घर से सीधे मंदिर गये और वहाँ पर पूजा की और फिर वहाँ से उसने थोड़ा सा सिंदूर और लिया और हम घर पर आ गये थे।
फिर हमने घर पर पहुंच कर एक टेबल पर दीपक जलाया और उसको साक्षी मानकर मैने उसकी माँग मे सिंदूर भरा फिर मंगल सूत्र की जगह मैने उसको चाँदी की चैन पहनाई, तभी उसने अपनी मर्जी से ही चाँदी की चैन पहनी थी, क्योंकि वो मुझसे बोली कि अगर मंगलसूत्र पहनती हूँ तो बाहर सभी को पता चल जाएगा और चैन पहनूँगी तो किसी को कुछ भी पता भी नहीं चलेगा और इसे में हमेशा पहन सकती हूँ और फिर उसने लाल चुनी ओड़ कर मेरे साथ दीपक के सात फेरे लिए और फिर उसने मेरे पैर छुए।फिर मैने उसको उठाया और उसका माथा चूमा और फिर में उसको बेडरूम मे ले गया, तभी मैने झट से उससे बिना कुछ पूछे उसे बाँहों मे पकड़ कर कहा कि प्लीज़, रूचि आज तुम मुझे रोकना नहीं और फिर ये कहकर में उसके होठो पर किस करने लगा और अपने एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा। कुंवारे बूब्स होने के कारण वो मेरी पत्नी के मुक़ाबले बहुत बड़े और टाईट थे।फिर रूचि ने भी अपने आप को मुझसे छुड़ाने की कोशिश नहीं की और अब वो भी मेरा साथ देने लगी।
अब मैने उसकी टी-शर्ट को खोल दिया, वो सिर्फ़ मेरे सामने अपनी ब्रा मे थी उसने अपनी पेंट और पेंटी पहले से ही खोली हुई थी। तभी मैने उसे वहीं पर बेड पर लिटाया और फिर में उसके बूब्स को मुहं मे लेकर चूसने लगा। थोड़ी देर चूसने के बाद मैने उसके पूरे शरीर को किस किया और अपने हाथ से उसे सहलाता रहा और उसे बहुत मज़ा आ रहा था। तभी मैने अपनी ड्रेस उतारी और अपना अंडरवियर उतार दिया और फिर उसे लंड चूसने को कहा। लेकिन पहले तो वो मना करने लगी फिर मेरे ज़िद करने के बाद वो मान गई।
अब उससे लंड को चुसवाना मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मुझे बहुत मजा आने लगा और वो भी मस्त हो कर लंड को चूसे जा रही थी, उसने चूस चूस कर मुझे कामुक कर दिया था और करीब दस मिनट लंड चूस कर उसने लंड को छोड़ दिया। मैने उसके पैरों के बीच मे बैठकर उसके दोनों पैरों को फैलाया और अपने हाथ से उसकी चूत को सहलाया और फिर उसकी चूत को चाटने लगा था। मेरी जीभ के चूत पर अड़ते ही उसे करंट सा लगा और उसने मेरे सर को पकड़ कर अपनी चूत पर जोर से दबाया। फिर में धीरे धीरे जीभ को घुमा घुमा कर चूत चाट रहा था और फिर उसे भी अपनी चूत चटवाना बहुत अच्छा लग रहा था। अब मैने उसे घोड़ी स्टाइल मे होने को कहा।
तभी वो झट से घोड़ी स्टाइल मे हो गयी। मैने अपना लंड उसकी चूत के सामने रखा और कहा कि रूचि क्या तुम आज से पहले कभी किसी से चुदी हो?तभी उसने कहा कि नहीं जान में आज पहली बार आपसे ही चुदवा रही हूँ और वो भी अपने पति से। तुम आज अपनी सुहाग रात मानो या सुहाग दिन मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। तभी मैने कहा तो ठीक है, अब में तुम्हारी चूत मे अपना लंड घुसाने जा रहा हूँ, अभी शुरू मे तुम्हे थोड़ा सा दर्द होगा लेकिन तुम उसे सहन कर लेना ठीक है। मैने धीरे धीरे लंड चूत मे घुसना शुरू किया। लंड बहुत टाईट चूत मे जा रहा था उसे अब थोड़ा दर्द हुआ। उसने मुझे बहुत जोर से पकड़ लिया और फिर मैने पूरे जोश के साथ एक ज़ोरदार धक्का मारा तभी मेरा आधा लंड उसकी चूत मे घुस गया और वो बहुत जोर से चीखी और बैठ गई। लंड भी चूत से एक ही झटके मे बाहर आ गया और में भी बहुत डर गया।तभी मैने एक हाथ से उसके बूब्स को सहलाना शुरू किया और जब उसकी चूत मे दर्द थोड़ा कम हुआ तो उसे धीरे धीरे सीधा करने लगा।
फिर में उस पर लेट गया और उसके मुहं पर अपना मुहं रख कर के उसका मुहं बंद कर दिया। तभी मैने उसकी चूत मे फिर से अपना लंड घुसाया और फिर अब मैने एक जोरदार धक्का मारा तो वो अब पूरे जोर से चीखना चाही लेकिन चीख नहीं पाई। फिर मैने इसकी परवाह किये बिना जोर जोर से नो दस धक्के लगा दिये। अब मेरा लंड आराम से अंदर बाहर होने लगा और अब रूचि की चूत का भी दर्द थोड़ा कम हो गया और अब उसे भी मज़ा आने लगा था।फिर में उसे लगभग 15-20 मिनट तक बिना रुके चोदता रहा और वो हर बार जोर के धक्के के साथ कहने लगी चोदो और जोर से आज फाड़ दो मेरी चूत में तुमसे कुछ भी नहीं कहूंगी। फिर उसके बाद हम दोनो एक एक करके झड़ गये और फिर थोड़ी देर तक हम एक दूसरे से लिपट कर ऐसे ही लेटे रहे। तभी उसने उठकर मुझसे बोला कि आपके साथ आज मुझे चुदाई मे बहुत मजा आया प्लीज़ आज के बाद आप मुझे रोज़ चोदना।
तभी मैने कहा कि क्यों नहीं में तुम्हे रोज चोदूंगा और ज्यादा अच्छे से चोदूंगा। आज तुम्हारा पहला दिन है ना इसीलिए आज इतना ही बहुत है और फिर वो उठने की कोशिश करने लगी, लेकिन वो उठ नहीं पा रही थी उसकी चूत मे बहुत दर्द था, मुझे भी बहुत दर्द हो रहा था।तभी मैने उसे नंगा ही उठाया और उसे बाथरूम मे ले गया और फिर हम दोनो ने साथ मे बाथ किया और फिर शाम को में उसको अपने घर लेकर आया तो वो सोनू से मिली, फिर उसने सोनू से बात की क्या में आपको नाम लेकर बोल सकती हूँ, क्या हम एक अच्छे दोस्त की तरह बात कर सकते है।
तभी सोनू ने कहा कि क्यों नहीं आज के बाद हम एक अच्छे दोस्त बनकर ही रहेंगे। लेकिन सोनू को नहीं पता था की वो उसकी सौतन है, जिसने उसके साथ उसके पति को शेयर किया है।फिर हमने सात दिन तक डेली दिन मे दो बार सेक्स किया था। हर तरह कि स्टाइल से मैने उसे चोद चोद कर पूरी रंडी बना दिया और वो हर बार कहती थी कि मैने आपसे शादी करके अपना जीवन आप को सौंप दिया है।
अब आप जो चाहे हो वो करो में हमेशा आपकी ही रहूंगी। अब हर रोज में और वो चुदाई का मौका निकाल लेते थे। अभी उसके तीन साल और बाकी है MBA कंप्लीट होने मे फिर में उसको दूसरी सिटी मे जॉब लगवा कर फिर हम दोनो साथ रहेंगे और हर वक्त चुदाई का पूरा मजा लेंगे ।।धन्यवाद